ॐ वज्रसत्त्व समय मनुपालय। वज्रसत्त्वत्वेनोपतिष्ठ। दृढो मे भव। सुतोष्यो मे भव। सुपोष्यो मे भव। अनुरक्तो मे भव। सर्वसिद्धिं मे प्रयच्छ। सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं
ॐ वज्रसत्त्व समय मनुपालय।
वज्रसत्त्वत्वेनोपतिष्ठ। दृढो मे भव।
सुतोष्यो मे भव। सुपोष्यो मे भव।
अनुरक्तो मे भव। सर्वसिद्धिं मे प्रयच्छ।
सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं
कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं